Mp के किसान गेहूं , चना की खेती छोड़कर की अदरक की खेती।

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कम लगात और अधिक मुनाफा :

Mp के स्मार्ट किसान : गेहूं , चना की खेती छोड़कर की अदरक की खेती। Mp के एक किसान ने रुपए 9 लाख लगाकर कमाए 30 लाख रूपए , बेटे की सलाह से की अदरक की खेती।

परंपरागत खेती से परेशान आजकल जैविक खेती की और अधिक रुख अपना रहे है। ऐसा माना जाता की रबी और खरीफ की फसलों में किसान को बहुत कम फायदा होता है। और इसमें लगात ज्यादा अति है। इस स्थिति से परेशान किसान आजकल जैविक खेती की और अपना पूरा ध्यान लगा रहे है। जैविक खेती में किसान को कम लगात में अधिक मुनाफा होता है। तो चलिए जानते है एक mp के स्मार्ट किसान के बारे में जिन्हें कम लगात में अदरक की खेती कर अधिक मुनाफा कमाया है।

यहां में आपको बताता हु विदिशा जिले के गंजबासौदा ग्राम के लामन्या के रहने वाले स्मार्ट किसान जितेंद्र रघुवंशी, जितेंद्र रघुवंशी बताते है कि उन्होंने परंपरागत खेती, जैसे गेहूं , चना, जैसी फसल को छोड़कर अदरक की खेती स्टार्ट की। और अदरक की खेती के साथ इन्होंने मिर्च की भी खेती स्टार्ट की है। अदरक की खेती की बात करे तो स्टार्टिंग में इन्होंने 10 बीघा में अदरक लगाया और, उसमें से 500 कुंटल अदरक निकाला, अभी उन्होंने लगभग 300 कुंटल अदरक अभी तक निकल लिया और आगे 200 कुंटल अदरक और निकाल सकते है। मार्केट में लगभग अगर अदरक की रेट की बात करे तो , 60 से 80 रुपए किलो के हिसाब से इसकी रेट रहती है। इस हिसाब से 500 कुंटल अदरक का रेट लगभग 30 लाख रूपए के आस पास होगा। यह परंपरागत फसल से कई गुना अधिक प्रॉफिट देने वाली फसल है।

54 साल के जितेंद्र रघुवंशी का कहना की पहले बो परंपरागत खेती गेहूं,चना ,और मसूर की खेती करते थे। लेकिन इन फसलों में लगत ज्यादा और मुनाफा कम होता है। इस वजह से उन्होंने अदरक और मिर्ची की खेती चुनी।

अदरक की खेती का कहा से आया आइडिया :

स्मार्ट किसान जितेंद्र रघुवंशी के बेटे को दोस्त की खेती से आया आइडिया –

किसान जितेंद्र रघुवंशी ने बताया कि उनके बड़े बेटे महेंद्र के दोस्त जो कि छिंदवाड़ा में रहते थे। उनके यहां पर अदरक की खेती की जाती थी। महेंद्र ने अदरक की खेती को अपने दोस्त के यहां से करना सिखा, और कुछ यूट्यूब के माध्यम से भी अदरक की खेती के बारे में जानकारी हासिल की। महेंद्र ने अपने पापा , जितेंद्र रघुवंशी को इस खेती के बारे में बताया इस पर उन्होंने अदरक की खेती करने की ठानी और , इसको करके भी दिखाया। इस साल उनको सीधा – सीधा 25 लाख रुपए का फायदा हुआ है। जबकि परंपरागत खेती से इतना प्रॉफिट नहीं होता था। इस साल भी उन्होंने 10बीघा में अदरक लगाया है इस साल अधिक मुनाफा होने की उम्मीद है।

10 बीघा में 40 कुंटल बीज लगाया , कुल लगात आई 9 लाख रुपए –

किसान जितेंद्र रघुवंशी ने बताया कि इस साल उन्होंने 10 बीघा जमीन में अदरक खेती करने के लिए 40 कुंटल बीज खरीदा था। अदरक के बीज की रेट की अगर हम बात करे तो मार्केट से 80 रुपए किलो के हिसाब से खरीदा था। लगभग उन्होंने 3 लाख रुपए का बीज खरीदा और इसके साथ , खेत की जुटाई , रोटावेटर, और सिंचाई, खाद , हार्वेस्टिंग के लिए लेवर का खर्चा , अदरक की खेती को मार्केट तक ले जाने में साधनों का खर्चा , ये सब मिलकर लगभग अदरक की खेती में 9 लाख रूपये की लागत आई।

अगर हम अदरक की फसल की बात करे तो अदरक की फसल को हम मार्च अप्रैल के महीने में लगा सकते है। और इसको तैयार होने में लगभग 10 महीने का समय लगता है। इस प्रकार इसको हम फरवरी मार्च में काट सकते है। किसान जितेंद्र रघुवंशी बताते है कि उन्होंने मार्च महीने में ही हार्वेस्टिंग स्टार्ट कर दी थी अभी तक उन्होंने 300 कुंटल अदरक निकाल लिया है।

ड्रिप सिस्टम से करते है सिंचाई –

किसान जितेंद्र रघुवंशी बताते है कि अदरक की फसल में हर पांच से छह दिन में पानी की जरूरत पड़ती है। इसके लिए ड्रिप सिस्टम लगाया गया है। इसको द्वारा आसानी से अदरक की खेती में पानी दिया जाता है। जैसे कि हम जानते है जून महीने से बारिश स्टार्ट हो जाती है। तो उस महीने से अदरक की खेती में पानी की जरूरत नहीं होती है।

मंडी में मिल रहा है 5000रुपए प्रति कुंटल का भाव –

किसान जितेंद्र रघुवंशी बताते है बो अपनी अदरक की फसल को भोपाल की करोंद मंडी में बेचेंगे। जहां पर उनको प्रीति कुंटल 5000 रुपए के हिसाब से पैसे मिलेंगे

बेटे महेंद्र रघुवंश ने बताया कि उज्जैन के जिंजर पेस्ट बनाने वाले से बात चल रही है। अगर उनके साथ अच्छे से डील होती है तो फसल का कुछ हिस्सा कंपनी को दिया जाएगा।

ऐसे करे अदरक की खेती –

  1. दूसरे बड़े पेड़ जैसे पपीता आम जैसे पेड़ों के बीच में अदरक की खेती कर सकते है।
  2. अदरक की खेती करने के लिए जमीन का pH मान 6 – 7 के बीच में होना चाहिए।
  3. अगर हम अदरक की खेती करते है, तो सबसे पहले जरूरत पड़ेगी बीज की एक हेक्टेयर के लिए लगभग 2 से 3 कुंटल बीज चाहिए।
  4. जब अदरक का बीज लग जाता है , तो उसमें जेबिक खाद , या मिट्टी से उसको ढक देना चाहिए।
  5. जहां पर हम अदरक की खेती को करते है बह पर जल निकाशी की पर्याप्त मात्रा में होना चाहिए।
  6. बड़े बड़े अदरक के पंजों को छोटे छोटे टुकड़ों में तोड़ना चाहिए जिसमे से दो तीन अंकुर निकले।

अब में थोड़ा आपको अदरक के भी बारे में बता देता हु तो चलिए जानते है –

अदरक खाने के फायदे –

  1. अदरक को खाने से हमारा पाचन तंत्र मजबूत होता है , और इससे हमको पाचन में भी मदद मिलती है।
  2. अदरक हमारे शरीर के अंदर बल्ड प्रेशर को भी कंट्रोल में रखता है और इसके साथ साथ बल्ड लेवल भी सही रखता है।
  3. अदरक को खाने से हार्ट अटैक जैसी समस्या भी कंट्रोल में रहती है।
  4. जैसे कि हम जानते है। अदरक सर्दी जुकाम के लिए सबसे बेस्ट माना जाता है।
  5. अदरक के द्वारा जोड़ो और मांशपेशियों के दर्द को कम किया जा सकता है।
  6. अदरक में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण कैंसर के खतरे को कम करते है।

अदरक में पाए जाने वाले तत्व ( प्रीति १०० ग्राम के हिसाब से )

  • कैलोरी – 80 कैलोरी
  • प्रोटीन – 1.82 ग्राम
  • फैट – 0.75 ग्राम
  • कार्बोहाइड्रेट – 17.77 ग्राम
  • फाइबर – 2.4 ग्राम
  • शुगर – 1.7 ग्राम
  • सोडियम – 2 मिलीग्राम
  • पोटेशियम – 415 मिलीग्राम
  • विटामिन सी – 3.3 मिलीग्राम
  • विटामिन ई – 0.26 मिलीग्राम
  • विटामिन K – 0.8माइक्रोग्राम
  • फोलेट – 11 माइक्रोग्राम
  • मैग्नीशियम – 43 मिलीग्राम
  • मैंगनीज – 0.6 मिलीग्राम
  • फास्फोरस – 34 मिलीग्राम

अदरक में पाए जाने वाले ये पौष्टिक तत्व हमारे शरीर को स्वास्थ्य बनाए रखते है।

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